Subscribe Us

सर्व धर्म समभाव


 

*नायकीर सूं*


*सर्वधर्मसमभाव...?*



*१९७६ सालेर घटना दुरुस्तीती "धर्म स्वातंत्र्येरो हक्क"मूलभूत अधिकारेमं आवगो,धर्मनिरपेक्षता ई संकल्पना राष्ट्रेसारू सर्वधर्मसमभाव ठरगी.जनातीज 'धर्मांतर चळवळेरी जडे मजबूत वेगी,धर्मसत्ता बळकट वेगी.*

           *सेक्युलर ये सब्देरो 'धर्म निरपेक्ष,सर्वधर्मसमभाव'आसो चुकीरो आरत झलेती 'धाटीवादी'गोरमाटी गण समाजेरोज कोनी तो आदिवासी भटके विमुक्त ये गणसमाजी लोकजीवनेर भी स्वतंत्र अस्तित्वेर ओळख धोकेम आवगी छ.*

           *सेक्युलर ये सब्देरो 'सर्व धर्मसमभाव,धर्मनिरपेक्ष"आसे चुकीर आरतेरो फायदो सत्ताधारी भाजप ई राजकीय पक्षज कोनी तो धर्मवादी दुसरो कूणसी भी पक्ष वटाये सवायी रेयेवाळो छे.*

           *१९७६ सालेर घटना दुरूस्तीनं गणसमाजी लोकजीवनेर राजकीय पूढारी,सामाजिक संघटना आन् पूजारीर मुक संमती रेयेरयेतीज आज बोलीभाषक गणसमाजेर स्वतंत्र अस्तित्वेर ओळख धोकेम आवगी छ,वाचन संस्कृतीरो अभाव ईज गणसमाजी बोलीभाषक लोकगणेर दुरवस्थान कारणीभूत छ.*

           *गोरमाटी बोलीभाषक गणसमाजेनं आबं एके झंडा हेटं आताणी गठ्ठा मतेर धाक निर्माण करे सवायी आबं दुसरो पर्याय छेई.*

          *न तो धोळे झंडारो कना रंग बदल जाये जेरो पत्ता भी लागं कोनी..*

           *संविधानेर प्रि-अम्बलेमाईर "धर्मनिरपेक्ष, समाजवाद"ई संकल्पना घण घातक ठरगी छ.'साम्यवादी समाज हूबो करणू ई समाजवादीरो उद्धेश रच्,पणन् समाजवाद ये संकल्पनारो वापर चुकीर पद्धतेती करेम आयो जेती भांडवलशाही बोकाळगी,धर्मसत्तारी जडे पोसागी छ..!*



                *भीमणीपुत्र*

       *मोहन गणुजी नायक*

Post a Comment

0 Comments