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जीव लागये वाळ 'याडी '


© याडी ®

  *सासीच..........*

 *जीव जनगानीन,जीव लगायी,*

  *जीव लगायवाळ मार 'या' दकायी*

 *कायी..?*


   अपराध निसर्गेरो मापच आयो,

   मारी 'या' न मारे कनेती दूर लेगो..!

      'या' शबदेम कती अंत छेयी

      कायी येळ माप बला आयी....!!

*जीव लगायेवाळ मार 'या' दकायी कायी.....?*


   जग जेरे पगे मायी,वू मार 'या' र,

   धरतीपर सेती भारी वोरी माया र..!

  तांडो,डूंगर दरीयाती,मांडीती पाल..

  लोयी पाणींर गोळान वाली छेयी...!!

*जीव लगायेवाळ मार 'या' दकायी कायी....?*


       जगदनियाम न खूट धन र आसो,

     अपूरो जलम रेगो सेवाम कसो..!

     चलायी पगला,आंगळी पकडन..

      भूकी रेन बाटी मूडेंन लगायी..!!

*जीव लगायेवाळ मार 'या' दकायी कायी....?*


राब-राब राबनं, खळगी तू भरायी,

     'या' कतो आकी भरनं आयी..!

     किदी जीवेर हाल मारे कारंण..

    जिवळेंर रखवाली कोयी छेयी..!!

*जीव लगायेवाळ मार 'या' दकायी कायी......?*


     आची वातेर मळरोतो गेन  ,

  मळंभळंन रेतेते घरेम भायी भेनं..!

  तारी वाते घूसाड लिया भेजेमायी..

याडी बना जग सूनो सूनो लाग यी..!!

*जीव लगायेवाळ मारी 'या' दकायी कायी.....?*


       ✍️  *गोस्तावाळो*

     *SAMNAK WORLD*

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